अब हमारी निकल गयी थी तो हमने कहा कि वाह क्या चूचीयाँ है? वो एकदम मस्त माल था। फिर नौकर बोला कि यह आपके लिए है और फिर वो चला गया। फिर हम उन दोनों को लेकर अंदर आ गये। तो निर्मल बोला कि यह मेरी सालियाँ है, तुम इनके साथ मज़े करो, उनमें से एक का नाम चमेली था, तो दूसरी का नाम मुन्नी था। फिर उन्होंने कहा कि जीजाजी बड़े दिनों के बाद हमारे लिए कोई नया माल लाए हो, अब तक तो आपके साथ ही मज़ा करना पड़ता था, आज शहर का रस भी चख लेंगे और फिर उन दोनों ने अपने कपड़े उतार दिए। अब में मुन्नी पर और विक्की चमेली पर टूट पड़े थे। फिर मुन्नी ने मेरा लंड रगड़ना शुरू कर दिया और में उसकी चूचीयाँ रगड़ रहा था और उसके नमकीन होंठो को अपने होंठो से दबा रखा था।
अब उधर विक्की ने चमेली को बिस्तर पर लेटा दिया था और उसकी साफ चूत को चाटने लगा था। फिर निर्मल ने अपना लंड निक्की के मुँह में से निकालकर मिनी के मुँह में दे दिया और निक्की की चूत चाटने लगा। अब पूरे कमरे में आवाजे ही फैली हुई थी। अब सारी लड़कियाँ एक ही स्वर में कह रही थी चोदो-चोदो, आज अपना लंड डाल दो हमारी चूत में, फाड़ दो हमारी चूत, हमारी गांड फाड़ दो, हमारे बूब्स निचोड़ दो, चूत को चाट लो। अब मस्त चुदाई शुरू हो गयी थी। फिर निर्मल उठा और निक्की से बोला कि अपने घुटनों के बल हो जाओ और फिर वो उसके पीछे आ गया और फिर झटके से उसने अपना खंबा निक्की की चूत में डाल दिया। फिर इतना मोटा लंड अंदर जाते ही निक्की ज़ोर से बोली कि आह में मर गयी, मेरी चूत फट गयी। अब हम सब उसकी तरफ देखने लगे थे। फिर उसने मिनी से कहा कि निक्की का मुँह कसकर पकड़ ले और फिर उसने एक और झटका मारा तो उसका 10 इंच लम्बा लंड अंदर चला गया। bhabhi ki chodai
अब निक्की की चूत में से खून आ रहा था, वो चिल्लाना चाहती थी, लेकिन मिनी ने उसका मुँह दबा रखा था। फिर तभी चमेली बोली कि मेरा भी यही हाल हुआ था, जब जीजाजी ने पहली बार मेरी चूत में अपना लंड डाला था, लेकिन फिर मज़ा आने लगा था और अब तो हर रात वो मेरी और मुन्नी की चूत मारता है। फिर मैंने वहाँ पर रखी एक टेबल पर मुन्नी को लेटा दिया और उसके दोनों पैर खोल दिए और झटके से उसकी गीली चूत में अपना लंड डाल दिया। उसकी चूत अपने जीजाजी से मरवाकर पूरी खुल गयी थी, लेकिन फिर भी उसे मज़ा आ रहा था।
अब इधर विक्की ने चमेली की गांड में अपना लंड डाल दिया था। अब पूरे कमरे में पच-पच, खच-खच की आवाजे आ रही थी। अब मिनी की बारी थी। फिर निर्मल ने उसे निक्की के जैसे ही होने को कहा और उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया। फिर तभी मिनी भी चिल्लाई, लेकिन कोई फायदा नहीं था। अब निर्मल तो बस अपने में मग्न था।
फिर 30-40 मिनट तक वो बारी- बारी उन दोनों को (निक्की और मिनी) को चोदता रहा, लेकिन उसका लंड झड़ ही नहीं रहा था। अब मिनी और निक्की तो कई बार झड़ चुकी थी। अब वो दोनों मस्ती से अपनी चुदाई करा रही थी। अब हम दोनों भी चमेली और मुन्नी की चूत गांड मारने में मस्त थे। फिर मुन्नी हम दोनों से बोली कि चलो अब तुम दोनों मिलकर मेरी गांड और चूत में अपना लंड डालो, तो में वहाँ पड़े सोफे पर बैठ गया और मुन्नी ने मेरा लंड अपनी गांड के छेद पर रखा तो जैसे रेशम का रुमाल एक अंगूठी में से निकल जाता है उसी तरह से मेरा लंड उसकी चूत में पूरा घुस गया था। फिर विक्की ने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और अब हम दोनों मिलकर उसकी गांड और चूत का मज़ा ले रहे थे।
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फिर 10-15 मिनट के बाद वो झड़ गयी और अब हम दोनों भी झड़ने वाले थे तो हम दोनों ने अपने लंड बाहर निकाले और उसके मुँह के पास लाकर फव्वारे चला दिए। फिर कुछ उसके मुँह में गिरा और कुछ उसके बूब्स पर तो मुँह वाला तो वो वो सारा चाट गयी और बूब्स वाला चमेली ने चाट लिया। फिर चमेली ने हम दोनों का लंड चूसना शुरू कर दिया तो मुन्नी भी आ गयी। अब वो दोनों घुटनों के बल बैठकर हमारे ढीले लंड को चूस-चूसकर खड़ा कर रही थी। अब निर्मल झड़ने वाला था तो उसने अपना लंड बाहर निकाला और आधा निक्की के मुँह में और आधा मिनी के मुँह में छोड़ दिया।
फिर मिनी और निक्की उसका सारा का सारा वीर्य चाट गयी। फिर निर्मल बोला कि तुम लोग मजे करो, में अभी आता हूँ और यह कहकर निर्मल बाथरूम में चला गया। फिर निक्की और मिनी भी उसके पीछे-पीछे बाथरूम में घुस गयी। अब उन्हें तो निर्मल से अभी और मज़ा चाहिए था। फिर उन दोनों ने उसके लंड को चूस- चूसकर फिर से खड़ा कर दिया। फिर इस बार निर्मल ने निक्की को गोद में उठाया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया। अब निक्की उसकी गोद में उछल रही थी। फिर उसने उन दोनों को फर्श पर लेटा दिया और बारी-बारी से उन दोनों की चूत में अपना लंड घुसाने लगा। फिर इस तरह हम सातों लोग चूत लंड का खेल खेलते रहे। bhabhi ki chodai
फिर हमने निक्की और मिनी की चूत भी मारी और निर्मल ने चमेली और मुन्नी की चूत मारी। अब जिसका जोश ठंडा होने लगता, तो वो एक बियर पीकर होश में आ जाता था और फिर से शुरू हो जाता था। फिर कब सुबह के 5 बज गये? हमें पता भी नहीं चला। अब हम सब थक चुके थे और ऐसे ही नंगे सो गये थे। अब निर्मल तो निक्की और मिनी के बीच में था और में और विक्की चमेली और मुन्नी की बगल में था।
फिर 11 बजे के करीब हम सब उठे और नहा धोकर तैयार हो गये। फिर तब निर्मल बोला कि क्यों मज़ा आया ना दोस्तों? तो हमने कहा कि बहुत मजा आया, जाने का मन नहीं कर रहा है, लेकिन क्या करें? अब निक्की और मिनी तो निर्मल के लंड पर फिदा हो गयी थी तो वो कहेनी लगी कि 1-2 दिन यहीं पर और रुक जाते है, अभी मन नहीं भरा है। तो हमने भी खुशी-खुशी हाँ कर दी, तो निर्मल और उसकी सालियों के चेहरे भी खिल गये।
फिर हमने वही से अपने घर पर फोन लगाया और कहा कि हम 3-4 दिन में घर आ जाएँगे और फिर उसके बाद आप सब समझ ही गये होंगे कि हम सब साथ-साथ थे ।