नमस्कार दोस्तों कैसे हो आप लोग | आशा करता हूँ की आप लोग सब ठीक-ठाक होगे | दोस्तों मैं आपका अपना निक्की | दोस्तों आप लोगो मेरे बारे में तो जान ही गये होंगे | दोस्तों मैंने पिछले बार दो कहानिया लिखी थी | आशा करता हूँ की आप लोगो को पसंद आयी होंगी | मेरे प्रिय भाई लोगो मैं आप को आज एक नयी कहानी बताने जा रहा हूँ | आशा करता हूँ की आप लोगो को बहुत मौज आएगी | दोस्तों इस कहानी में मैं और मेरे चाचा ले लड़के ने मिलकर दो पुलिस वालियों को चोदने पर की है | तो चलिए दोस्तों मैं आप लोगो को सीधा कहानी की ओर ले चलता हूँ |
तो दोस्तों ये बात उस समय की है जब मैं और मेरे चाचा का लड़का सचिन 12 th की पढाई साथ में ही करते थे | हम लोग कॉलेज के हॉस्टल में रहते थे | हम अपने कॉलेज में बहुत ही हरामी टाइप के के लौंडे थे | हम लोगो से कॉलेज में कोई भीडता नही था | यहाँ तक की तक की मेरे कॉलेज के टीचर भी हम लोगो को कुछ नही कहते थे | इसके पीछे एक रीज़न था मेरे दोस्तों | क्योकि जब हम लोग नए-नए आये थे तो मेरे चाचा के लड़के को एक टीचर ने बेफ़ालतू मार दिया था | तो मेरे चाचा के लड़के ने उस टीचर को कुर्सी उठाकर मार दी उसका सर फट गया | तब हम लोगो को कॉलेज के प्रिन्सिपल द्वारा फर्स्ट एंड लास्ट वार्निंग मिली थी | इसिलिए लडको की तो फटती ही थी साथ में टीचर भी डरते थे | दरअसल मेरे चाचा का लड़का थोडा सनकी था | इसीलिए उससे कोई बात करना नही पसंद करता था | हम लोगो का कॉलेज के हॉस्टल में अलग ही कमरा मिला था क्योकि मेरे चाचा के लड़के से ज्यादातर किसी की पटरी नही खाती थी |
दोस्तों हम लोगो का शुरू से पुलिस में जाने का मन था | क्योकि हम लोग शुरू से मन बना लिया था की पुलिस फ़ोर्स ही ज्वाइन करेंगे | हम लोग अभी छोटे थे और पढाई भी पूरी नही हुई थी | मेरे चाचा के लड़के में एक बात थी वो बकचोदी के टाइम खूब बकचोदी करता था और पढाई के टाइम पढाई करता था | हम लोगो को धीरे-धीरे 6-7 महीने हो गये थे | धीरे-धीरे हम लोग के दोस्त भी बन गये थे | हम लोग दोस्त भी वैसे ही बनाये थे जिनकी क्वालिटी थोड़ी बहुत हम लोगो से मिलती थी | हम लोग 5 दोस्त हो गये थे उसमे से एक हॉस्टल में था और दो बाहर के थे | जो हॉस्टल में था उसको हमने अपने कमरे में कर लिया था | जो दो दोस्त बाहर से आते थे | वो अपनी कार से आते थे | सन्डे-सन्डे हम लोग बाहर घूमने निकलते थे और खूब दारू-शारू चलती थी और देर रात को आते थे | हम लोगों की कॉलेज में एक गैंग बन गयी गयी थी |
एक दिन हम लोग अपनी क्लास में बैठकर मस्ती कर रहे थे | तभी कॉलेज का चौकीदार नोटिस ले के आया उसमे हम लोगो की हाफ इयर के एग्जाम की डेट दी गयी थी | कल से हम लोगो के एग्जाम थे | हम लोगो ने अपनी सिलेबस को तैयार कर लिया और कल सुबह एग्जाम के लिए तैयार हो गये | सुबह हुई हम लोग कॉल्लेज गये और अपनी-अपनी सीटो पर बैठ गये जाके | एग्जाम की सीट अरंग्मेंट कंबाइन की गयी थी लड़की और लड़के एक पास बैठ सकते थे | हम लोग बहुत खुस थे | हम 5 दोस्तों की सीट भी मेरे रूम में ही थी | हम लोगो को पता था की इसके नंबर बोर्ड एग्जाम में नही जुड़ेंगे | हम लोग खाली मौज लेने गये थे और मन में यही सोंच रहे थे की कोई ठीक-ठाक लड़की ही पास में बैठे | और भगवान ने हम लोगों की सुन भी ली थी | मेरे पास 11 क्लास की बहुत मस्त पंजाबी लड़की बैठी थी | वो इनती मस्त थी की उसका जवाब ही नही | उसका नाम हरलीन था वह दिखने में बिलकुल दूध की मलाई जैसी लगती थी | उसका फिगर बहुत ही मस्त था उसके चुतर बहुत ही चोडे थे | जब वो चलती थी तब उसके चुतर हिलते थे | मैं जितना याद करके जाऊ उतना कर लू फिर मैं उसकी तरफ देखता रहता था | एक तो वो मेरे साथ ही मेरी सीट पर बैठी तो मेरे रोयें खड़े हो रहे थे | मैं उसके चेहरे की तरफ ही देखता था | क्या चेहरा था उसका भगवान ने फुरसत में बनाया था उसे | मैं उससे तरह-तरह के बहानो से बात करता था और उसका पेपर भी सोल्व करवा दिया करता था जिससे वो मुझसे इम्प्रेस हो गई थी | जब हम लोगो को लास्ट पेपर था तब मैंने उसे पर्पोस कर दिया उसने भी एक्सेप्ट कर लिया | मैंने उसको डेट पर ले जाना चाहा | मैंने उसको अपने कॉलेज की कैंटीन बैठाल कर काफी पिलाई |
धीरे-धीरे दोस्तों मेरा उससे दिल लग गया था | मैंने उससे सादी करने का प्लान बना लिया था | ये बात मैंने अपने बड़े भाई से बताई वो मान गये और उसके पापा से बात की | उसके पापा भी मान गये पर पढाई पूरी हो जाने के बाद | मैं बहुत खुस हुआ |
मैंने अपने 12th एग्जाम दिए और मैं और मेरे चाचा के लड़के ने दिल्ली पुलिस में फॉर्म अप्लाई कर दिया | इंटरेस्ट एग्जाम दिए और हम लोगो का नाम आ गया | हम दोनों लोग अपनी ट्रेनिंग करने के लिए दिल्ली चले गये | हम लोगो ने 8-9 महीने में अपनी ट्रेनिग आधी पूरी कर ली थी और अब गोरखा ट्रेनिंग के लिए नेपाल जाना था | हम लोगो ने नेपाल जाने की तैयारी कर ली अगले दिन हमें नेपाल जाना था | लगभग 1 महीने तक हमारी वहां ट्रेनिंग चलनी थी | हम वहां पहुंचे ,वहां का माहोल देख कर हम लोगो के होश उड़ गये | वहां के जेंट्स पुलिस वाले बेकार थे और जो लडकिया पुलिस वाली थी उनके क्या कहने | हम लोग नेपाली पुलिस लाइन में रुके थे | वहां की जो लडकिया पुलिस में थे उनकी यूनिफार्म बहुत ही छोटी और सेक्सी थी | हम लोगो की पूरी बटालियन की नियत वहां की पुलिस वालियो पे ख़राब थी | हम लोग जहाँ रुके थे वहां साइड में लडकियो के रुकने की बिल्डिंग बनी थी | मैंने एक पुलिस वाली के देखा वह दिखने में बहुत ही अच्छी थी उसका फिगर भी बहुत कड़ाके का था | उसके गाल और होंठ एकदम गुलाबी थे | जब वो पुलिस की उनिफोर्र्म पहनती थी तब उसके चुतर एक दम टाइट होके ऊपर की ओर उठ आते थे | मैं उसपे फ़िदा हो गया था | एक दिन छुट्टी का दिन था शाम का वक़्त था | मैं फोन पर अपनी गर्लफ्रेंड हरलीन से बात कर रहा था और वो सामने से अकेली आ रही था | मैंने तुरंत फोन काटा और उससे बात करनी चाही | जब वो मेरे पास आ गयी तब मैंने उसे है हेल्लो बोला उसने भी मुस्कुराके मुझे रिप्लाई दिया | मैं उससे वहीँ पर ईधर-उधर की बाते करने लगा | उसकी बढाई करने लगा की आप बहुत सुंदर हो | आप का नेचर मुझे बहुत अच्छा लगता है,वो भी हलके-हलके हस रही थी | मैं समझ गया था की ये लिफ्ट दे रहे है | तब मैंने झट से उसे उसे बाहर चलकर कॉफ़ी पीने को बोल दिया वो भी मान गयी | जब थोडा अँधेरा हुआ तब मैं और मेरे चाचा का लड़का तैयार होकर बाहर आ गये | वो भी आ गयी उसके साथ उसकी एक फ्रेंड थी | मैंने सोंचा की चलो ठीक है अब इसका भी मन लगा रहेगा | {चाचा के लड़के का} हम लोग पहले तो चाय की दुकान पर गये फिर कुछ मूँड बदल गया | फिर हम क्लब जाने का प्लान बनया और क्लब में पहुंचे | वहां हम लोगो ने खूब दारु पी और उन दोनों को भी पिलाया | क्योकि हम लोगो को उनकी चूत का मजा लेना था | जब वो दोनो खूब नसे में हो गयी | तब हम लोग बाहर चले आये | उन दोनों को इतनी पिला दी थी की वे चलने हालत में नही थी | फिर हम लोगो ने एक होटल में दो कमरे लिए और मैं अपने माल को कमरे में लेके चला गया और मेरे चाचा के लड़के ने उसकी सहेली को लेके कमरे में चला गया | मैंने उसको बेड पर लिटा दिया पहले तो मैंने अपने सब कपडे उतार दिए और बाद में उसके भी सब कपडे उतार दिए | हम लोग पूरे नंगे हो गये थे | फिर मैं बेड पर लेट कर उसके होंठो को अपने मुह में रख लिया और उसके बूब्स को दोनों हाथों में ले के दाबने लगा | वो धीरे-धीरे मचल रही थी | जब वो भी गरम हो गयी तब वो भी मेरा साथ देने लगी | मैंने उसकी चूत में अपना मुह डाल कर अपनी जीभ से चाटने लगा और वो बेड पर मचल रही थी | बेडसीट को अपने हाथों से खींच रही थी | थोड़ी देर बाद में मैंने उसके दोनों पैरो को फैला दिया और अपना मोटा और लम्बा लंड उसकी चूत में डाल दिया और उसके ऊपर ही लेट गया उसके नुकीले बूब्स मेरी छाती में चुभ रहे थे | उसने भी अपने दोनों पैरों को मेरी कमर में फसा लिया और अपने हाथो से मेरी पीठ को सहला रही थी | जब मैं उसकी चूत में अपना लंड डाल कर चोद रहा था तब वो बहुत ही जोर-जोर से आह आह आहा आहा आहा आहा आहा आहा आहा हां अह आहा आहा आहा आहा हाह आहा अ उन उन्ह उन्ह उन्ह उनहू न्हुन्हू उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह होह ओह्ह ओह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह ओह्ह ओह्ह ऊह्ह की सिस्कारिया निकाल रही थी | लगभग 10 मिनट के बाद मैं जब झड़ने वाला था तब मैंने अपना लंड निकाल कर उसके मुह में डाल कर मुह में ही झाड़ दिया था |
तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी | आशा करता हूँ की आप लोगो को पसंद आएगी |