Pehli Chudai Dhoban Ki
ये मेरी पहली कहानी है। दोस्तों कहानी आज से कुछ महीनों पहले की है। में दिल्ली का रहने वाला हूँ। वहाँ मेरे पास जो धोबी था उसकी एक बेटी जो बाईस साल की होगी, वो रोजाना सुबह कपड़े लेने सब के फ्लेट पर जाती थी, जब मैने उसे पहली बार देखा तभी उसके साथ सेक्स करने के बारे में सोचना शुरू कर दिया था। वो दिखने में बहुत अच्छी थी और उसका फिगर बहुत सेक्सी 30-28-32 था। जो कोई भी उसे देखता था, बस उसे चोदने की सोचने लगता था। उसकी गांड बहुत अच्छी थी, कभी कभी वो ब्रा पहन कर नहीं आती थी, तो मुझे उसके बूब्स के निप्पल साफ साफ दिखाई देते थे।
पहले जब कभी दुकान से ही वो मेरे फ्लेट पर कपड़े लेने आती थी तो पहले डोरबेल बजा कर आती थी। लेकिन अब धीरे धीरे हम काफ़ी फ्रेंक हो गये थे सो वो बिना डोरबेल बजाए ही अंदर आ जाती थी और मेरा मन और भी करने लगा कि में उसे चोदूं उसका घर पर आने का समय फिक्स था, वो डेली मॉर्निंग मे दस बजे आती थी, में पहले जाग कर डोर अनलॉक करके अंडरवियर पहन कर सोने का नाटक करने लगता था अंडरवियर से मेरा लंड खड़ा होने की वजह से साफ दिखता था। कभी कभी बहुत सी बार वो कपड़े लेते समय मेरे लंड को बहुत ध्यान से देखती थी और में हमेशा कपड़े देते समय उसके बूब्स को छूता था लेकिन वो कुछ नहीं बोलती थी इसी तरह एक दिन वो अंदर आई।
उस दिन मैने अंडरवियर के साइड से अपना खड़ा आधा लंड बाहर निकाला हुआ था। तभी वो अंदर आई और मुझे जगाया अब उसने मेरे लंड की तरफ देखा और बाहर चली गयी मुझे लगा शायद वो नहीं कराना चाहती और मैने मन से उसका ख्याल निकाल दिया। फिर जब में दोपहर को नीचे उतर रहा था तो वो मुझे दुकान पर मिली और मेरे पास आकर खड़ी हो गयी और कहने लगी कि कपड़े नहीं हैं देने को और मेरे इतने पास आ गयी की मेरी जांघे उसके हाथ से टच होने लगी फिर मैने उसकी गांड पकड़ कर कहा कल आना अच्छे से दूँगा कपड़े, अभी मुझे कोचिंग जाना है।
रात भर में उसके बारे में सोचता रहा कि क्या होगा कल और पता ही नहीं चला कब नींद आ गयी, जब नींद खुली तो वो मेरे बेड पर बैठी हुई थी और अपने पास मे मुझे बैठने को कहा, में जग कर में खुशी से बैठ गया और उसकी जांघ पर हाथ रख दिया था। अब उसने मेरा हाथ हटाया और अपने कंधे पर रख दिया कि अब उसके बूब्स मेरे हाथ से टच होने लगे थे और तभी मैने उसके बूब्स पर अपनी ऊँगली फेरनी शुरू कर दी लेकिन उसने कुछ नहीं कहा फिर क्या था। मैने उसके बूब्स दबाने शुरू कर दिये थे, उसने अपना फेस मेरे शोल्डर पर रख दिया और किस करने लगी। मैने उसका फेस वहाँ से हटाया और स्मूच करने लगा था। उसके होंठ बहुत मुलायम, गरम थे, अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।
तभी उसने कहा इतनी भी क्या जल्दी है मुझे चोदने की, अब अपना मुहं उसके मुहं पर रखा और स्मूच करना शुरू कर दिया स्मूच करते करते मैने उसे लिटा दिया और उसके ऊपर चढ़ गया और किस के साथ बूब्स दबाने लगा था और फिर मैने उसका टॉप उतार दिया। उसने अंदर रेड कलर की ब्रा पहनी हुई थी, अब उसकी सासें तेज और गरम हो गयी थी। बहुत अच्छे बूब्स लग रहे थे उसके रेड ब्रा के अन्दर। अब में उसके पेट को चूमने लगा था और वो एकदम से सिहर उठी फिर मैने उसकी जीन्स उतार दी और उसकी जांघो को चूमने लगा था। अब उसने कहा कि प्लीज जल्दी करो नहीं तो मम्मी बुलाने लगेगी, बस फिर क्या था, मैने उसकी पेंटी उतार दी और उसकी चूत चाटने लगा था और वो तो जैसे पागल सी हो गयी थी। वो अब मेरे कंधे पर नाख़ून चुभाने लगी थी। फिर मैने उसको उल्टा लिटा दिया और उसकी गांड चाटने लगा था।
उसकी गांड के होल में अपना लंड घुसने लगा था वो अह्ह्ह्ह की आवाज़ निकालने लगी थी और मेरा सर पकड़ कर अपनी गांड में दबाने लगी फिर उसने कहा अब नहीं रुका जा रहा है। तुम जल्दी से मुझे चोद दो नहीं तो में तेरा लंड काट दूँगी। यह सुन कर में और जोश में आ गया और अब उसके मुहं में अपना लंड घुसा दिया वाउउ क्या चूसती है वो लंड को। मैने पूरा लंड उसके गले में उतार दिया था। अब उसका पूरा फेस लाल हो गया था और उसकी सासें रुक गयी थी और तभी मैने अपना लंड बाहर निकाला और अब वो खांसने लगी थी और बोली मुझे मार देगा तो चोदेगा किसको।
अब मैने उसकी टाँगे उठा कर अपना लंड उसकी चूत पर रखा और चूत मे डालने लगा था। ये देखते ही उसने कहा साले चूतिया है क्या? पहली बार में ही चूत चोदेगा और अब वो उल्टा लेट गयी थी और में भी इशारा समझ गया था और उसकी चूत के नीचे अपना तकिया रख दिया जिससे की उसकी गांड ऊपर उठ जाए और एक बार फिर से मैने उसकी गांड चाटी बहुत अच्छी थी।
उसकी गांड बहुत बड़ी थी। उस पर बाल तो थे ही नहीं। फिर अब मैने अपने लंड पर थूक लगा लिया। उसने अपने दोनो हाथों से अपनी चूतड़ फैला कर छेद दिखाया और अब में धीरे धीरे से उसकी गांड में अपना लंड घुसाने लगा। वो बहुत टाईट थी, वो दर्द से चिल्लाने लगी मर गउउईइ बोलने लगी थी।
अब मैने उसे किस के रूप में उसकी गांड फिर चाटने लगा और पूरा अपना लंड उसकी गांड के छेद में घुसाया और लंड के साथ एक उंगली भी डाली। अब उसने कहा बहुत मज़ा आ रहा है जानू जल्दी डाल कर चोद नहीं तो मेरी रंडी माँ बोलेगी इतनी देर से कहाँ चुद रही थी। अब ये सुनकर में और बहक गया और बोला साली तेरी माँ को भी चोद दूँगा, अगर उसने तुझे कुछ बोला तो और दोनो हंसने लगे। अब में उसकी गांड में अपना लंड घुसाने लगा। उसे अब बहुत ज़्यादा दर्द नहीं हो रहा था और एक ही बार में मेरा आधा लंड उसकी गांड में घुस गया था। ये देख कर मैंने कहा साली तू रंडी है क्या? कितनो से चुदवा रखी है तूने अपनी गांड और दूसरे झटके मे पूरा लंड अंदर घुस गया था।
तभी वो कहने लगी कि साले तूने अपना लंड घुसाया है लेकिन पूरा दम तो मेरी गांड में है, इसीलिए तेरा लंड घुसवा रही हूँ अब जल्दी से टपका पानी ताकि में कल भी तेरे से चुदवा पाऊ और जल्दी ही मेरी चूत चोदने को भी मिलेगी। उसे अब में ज़ोर से झटके देने लगा था और वो बहुत अच्छे से लंड लेने के लिए अपनी गांड उठा उठा कर झटके ले रही थी। अब करीब 15 मिनट बाद में झड़ गया और जैसे ही मेरा वीर्य उसकी गांड में गया, वो मेरे हाथ ज़ोर से पकड़ कर बोली रुक जा अभी मत निकलना में तेरा एक दो बूँद अपनी चूत में लेना चाहती हूँ और करीब पांच मिनट बाद जब उसकी माँ ने उसे बुलाया उसने अब कहा कि जाने दे कल फिर आउंगी और कल तू चूत चोदना। अभी मेरी चूत तेरे लंड के लिए तैयार नहीं है।
तू पहले अपनी जीभ से चोदना फिर उंगली डाल कर और फिर लंड से चोदना बोल कर वो कपड़े पहनने लगी और जाने लगी मैने कहा साली रंडी चुदवा लिया और जाने लगी कम से कम एक किस देती जा और मेरा लंड साफ कर जो तूने अपनी गांड में लिया है फिर उसने मुझे एक दो मिनट का स्मूच दिया और पूरा लंड मुहं में लेकर चूसा और फिर कहा हो गया, अब जाऊं.. फिर कल अपनी चूत तैयार रखूँगी तेरे लंड के लिए और वो चली गई। दोस्तों में अब उठा और कपड़े पहन कर उसके कल घर पर आने के बारे मे सोचने लगा था ।।