Sex stories in hindi, antarvasna मैं अपने ऑफिस से घर लौटा तो मेरी मम्मी ने मुझे कहा बेटा तुम्हारे लिए चाय बना दूं मैंने मम्मी से कहा हां मेरे लिए आप चाय बना दीजिए मम्मी कहने लगी ठीक है तुम मुझे 10 मिनट दो मैं तुम्हारे लिए चाय बना कर लाती हूं। मैं सोफे पर बैठा हुआ था वह उसी वक्त मेरे पास प्रिया आई वह मुझे कहने लगी भैया मुझे आपसे एक मदद की जरूरत थी मैंने प्रिया से कहा हां प्रिया कहो तुम्हें क्या मदद चाहिए। जब मैंने उससे यह बात कही तो वह मुझे कहने लगी हर्षित भैया मुझे कल मेरी फ्रेंड सोनाक्षी के घर पर जाना है क्या आप मुझे उसके घर पर कल ड्रॉप कर देंगे। मैंने प्रिया से कहा ठीक है मैं कल सुबह तुम्हें सोनाक्षी के घर पर ड्रॉप कर दूंगा और उसके बाद वहां से मैं अपने ऑफिस चला जाऊंगा। मैंने प्रिया से कहा क्या तुम्हें कोई जरूरी काम है वह कहने लगी नहीं भैया ऐसा कोई जरूरी काम तो नहीं है लेकिन मुझे सोनाक्षी से मिलने के लिए जाना है।
मेरी मम्मी चाय बना कर लायी मैंने चाय पी और प्रिया से पूछा तुम आगे क्या करने की सोच रही हो वह मुझे कहने लगी भैया अभी तो कुछ ऐसा सोचा नहीं है क्योंकि अभी मेरा कॉलेज खत्म होने वाला है उसके बाद ही मैं इस बारे में कुछ सोचूंगी। अगले ही दिन मैं प्रिया को उसकी फ्रेंड सोनाक्षी के घर पर ड्रॉप करने के लिए चला गया जैसे ही हम लोग सोनाक्षी के घर के बाहर पहुंचे तो मैंने देखा सोनाक्षी बाहर ही खड़ी थी। उसने मुझे देखा तो वह मुझे कहने लगी भैया आप भी अंदर चलिए मैंने उसे कहा नहीं सोनाक्षी अभी मुझे देर हो रही है फिर मैं वहां से अपने ऑफिस चला गया। मैं जब अपने ऑफिस पहुंचा तो मैंने प्रिया को फोन कर दिया था और उसे कहा कि यदि तुम्हें मेरी जरूरत हो तो तुम मुझे फोन कर देना। प्रिया ने कहा ठीक है भैया मैं आपको फोन कर दूंगी लेकिन प्रिया ने मुझे फोन नहीं किया और मुझे ही उसे फोन करना पड़ा मैंने प्रिया से कहा तुमने मुझे फोन क्यों नहीं किया। प्रिया कहने लगी भैया मैं अभी तो सोनाक्षी के घर पर ही हूं बस कुछ देर बाद फ्री हो जाऊंगी मैंने प्रिया से कहा मैं तुम्हें लेने के लिए आ रहा हूं और मैं प्रिया को लेने के लिए चला गया। मैं जब प्रिया को लेने पहुंचा तो मैंने प्रिया को फोन किया तो प्रिया कहने लगी बस भैया कुछ देर में आती हूं आप अंदर ही आ जाइए ना।
मैं सोनाक्षी के घर के अंदर ही चला गया मैं जब सोनाक्षी के घर के अंदर गया तो वहां पर उसके मम्मी पापा भी थे मैं उन्हें नहीं जानता था मैं पहली बार ही उसके मम्मी पापा से मिला था तो मेरा परिचय सोनाक्षी ने अपने माता पिता से करवाया। जब मेरा परिचय सोनाक्षी के मम्मी पापा से हुआ तो वह लोग मुझे कहने लगे बेटा आप क्या करते हैं मैंने उन्हें बताया कि मैं एक कंपनी में जॉब करता हूं और वहां पर मैं मैनेजर के पद पर हूं। हम लोग आपस में बात कर ही रहे थे कि प्रिया बोलने लगी चलिए अब हम चलते हैं और हम लोग वहां से घर चले आए जब हम लोग घर पहुंचे तो घर पहुंचते ही मेरी मम्मी ने मुझे कहा आज तुम काफी देर से आ रहे हो। मैंने मम्मी को बताया कि मुझे आने में देरी हो गई थी क्योंकि मैं प्रिया को लेने के लिए सोनाक्षी के घर पर चला गया था प्रिया को कोई जरूरी काम था वह सोनाक्षी के साथ ही थी इसलिए मुझे आने में देर हो गई। मम्मी कहने लगी चलो कोई बात नहीं तुम फ्रेश हो जाओ उसके बाद हम लोग डिनर कर लेते हैं मैंने मम्मी से कहा मम्मी मेरी अभी बिल्कुल भी अच्छा नहीं हो रही है। मम्मी कहने लगी कि बेटा तुम खाना खा लो फिर आराम कर लेना मुझे साथ में बैठकर डिनर करना पड़ा हम सब लोगों ने साथ में डिनर किया उसके बाद मैं रूम में चला गया। मैं अपने रूम में लेटा ही हुआ था और अपनी फेसबुक पर मैं अपने पुराने दोस्तों से चैटिंग कर रहा था उसी दौरान मैंने अपने एक पुराने दोस्त की प्रोफाइल देखी। मैंने जब उसे मैसेज किया तो उसका भी रिप्लाई उसी वक्त आ गया मैंने उससे कहा तुम आजकल कहां हो वह कहने लगा मैं तो मुंबई में जॉब करता हूं। मैंने उसे बताया अच्छा तो तुम मुंबई में जॉब कर रहे हो वह कहने लगा हां मुझे मुंबई में जॉब करते हुए काफी समय हो चुका है और मैं अब यहीं पर सेटल हो चुका हूं।
मैंने उससे कहा तुम्हारा तो नंबर भी मेरे पास नहीं था तुम मुझे अपना नंबर देना उसने मुझे अपना नंबर फेसबुक के मैसेज बॉक्स में सेंड किया। मैंने जब दिनेश को कॉल की तो दिनेश कहने लगा तुमने बहुत अच्छा किया जो मुझे फोन किया मैं भी तुम्हारे बारे में काफी सोच रहा था लेकिन समय की कमी के कारण तुम से मेरी बात ही नहीं हो पा रही थी परंतु आज मेरे पास समय है। हम दोनों एक दूसरे से बात करने लगे वह मुझसे पुराने दोस्तों के बारे में पूछने लगा उसने मुझसे पूछा तुम कौन सी कंपनी में जॉब कर रहे हो। मैंने उसे अपनी कंपनी का नाम बताया वह मुझे कहने लगा यदि मैं तुम्हारी अपनी कंपनी में जॉब के लिए बात करूं तो तुम्हे यहां पर अच्छी सैलरी भी मिल जाएगी। मैंने उसे कहा सैलरी तो मेरी यहां पर भी ठीक है वह कहने लगा तुम मुंबई में आ जाओ और यहां पर ही सेटल हो जाओ। मैं भी बचपन से सोचा करता था कि मुझे मुंबई में ही रहना है क्योंकि मुंबई में मेरे चाचा जी रहते हैं और मैं जब भी उन लोगों के पास जाया करता था तो मुझे लगता था कि वह लोग कितना अच्छा जीवन बिता रहे है।
मैंने दिनेश से कहा ठीक है मैं तुम्हारी कंपनी में भी जॉब के लिए अप्लाई कर देता हूं मैं तुम्हें आज ही अपना रिज्यूम भेज देता हूं तुम देख लेना। वह कहने लगा ठीक है तुम मुझे अभी अपना रिज्यूम भेज देना मैं देख लूंगा, कुछ ही समय बाद मुझे वहां से इंटरव्यू के लिए कॉल आया और मेरा सिलेक्शन भी हो गया। सब कुछ इतनी जल्दी में हुआ कि कुछ मालूम ही नहीं पड़ा और मेरा सिलेक्शन होते ही मैं मुंबई चला गया शुरूआत में मुझे मुंबई में काफी तकलीफ हुई लेकिन धीरे-धीरे मुझे आदत होने लगी थी और सब कुछ अच्छे से चल रहा था। मेरे अब यहां दोस्त बन चुके थे और दिनेश तो था ही दिनेश के घर पर मैं कभी कबार चले जाया करता था। दिनेश अपने माता पिता से मुझे जब भी मुझे मिलाता था तो वह लोग मुझसे मिलकर खुश हो जाते। मैं घर पर भी बात करता रहता था प्रिया का भी कॉलेज अब कंप्लीट हो चुका था वह भी आगे कुछ करने की सोच रही थी। मेरी लाइफ पूरी तरीके से सेटल हो चुकी थी क्योंकि मुझे उम्मीद नहीं थी कि मुंबई में मैं इतनी जल्दी सफल हो पाऊंगा मैंने मुंबई में फ्लैट ले लिया। मैंने जब अपने परिवार को अपने पास रहने के लिए बुलाया तो वह लोग मेरे पास आ गए वह मेरे पास आए तो उन्हें बहुत खुशी हुई। मेरे पिताजी मुझे कहने लगे कि बेटा तुमने बहुत अच्छा किया जो तुम मुंबई में आ गए और यहां पर तुम्हारा जॉब करने का निर्णय बहुत ही अच्छा था। प्रिया एक दिन मुझसे कहने लगी कि भैया अब आप शादी कर लो मैंने उसे कहा फिलहाल तो मैं शादी के मूड में नहीं हूं मुझे कुछ और समय चाहिए उसके बाद ही मैं कुछ सोच पाऊंगा। मैंने प्रिया से कहा पहले तो मुझे तुम्हारी शादी की चिंता है वह कहने लगी भैया अभी नहीं अभी तो मैं छोटी हूं। मैंने उसे कहा तुम अब छोटी नहीं हो तुम्हारा कॉलेज पूरा हो चुका है और तुम्हारे लिए अब लड़का देखना ही पड़ेगा वह उदास हो गई और कहने लगी मैं पापा मम्मी को छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगी। मैंने उससे कहा मैं तो तुम्हारे साथ मजाक कर रहा हूं और उसके बाद वह जोर जोर से हंसने लगी कुछ समय बाद वह घर चले गए।
मुझे प्रिया का फोन आया वह मुझे कहने लगी भैया सोनाक्षी भी मुंबई आई हुई है तो क्या आप उसे एक बार मिल लोगे। मैंने प्रिया से कहा क्यों नहीं तुम मुझे सोनाक्षी का नंबर भेज दो मैंने सोनाक्षी को फोन किया और उससे पूछा तुम मुंबई किसी काम से आई हुई हो तो वह कहने लगी हां भैया में अपने किसी काम से मुंबई आई हुई थी। वह किसी कंपनी में जॉब कर रही थी और उसी के सिलसिले में वह मुंबई आई थी लेकिन जब मैं उससे मिला तो वह मुझे कहने लगी आज आप मेरे साथ ही डिनर कीजिएगा। मैंने उसे कहा ठीक है और उस रात हम दोनों ने साथ में डिनर किया लेकिन ना जाने ऐसा क्या हुआ कि हम दोनों ने एक दूसरे के साथ सेक्स संबंध बना लिए उस दिन सोनाक्षी ने कुछ ज्यादा ही ड्रिंक कर ली थी और उसे नशा हो गया। वह बहुत ज्यादा नशे में थी वह मुझे अपनी बाहों में लेने की कोशिश करने लगी मैंने भी अपने लंड को बाहर निकाला तो उसने उसे हाथ में लिया और हिलाना शुरू किया और अपने मुंह के अंदर लंड को समा लिया। उसके मुंह के अंदर तक मेरा लंड जा चुका था मुझे बड़ा मजा आ रहा था वह जिस प्रकार से सकिंग कर रही थी उससे मुझे बहुत आनंद मिलता।
जैसे ही मैंने अपने लंड को उसकी चूत मे रगडना शुरु किया तो वह पूरी तरीके से मचलने लगी और वह बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गई। मैंने अपने लंड को धक्का देते हुए उसकी योनि के अंदर प्रवेश करवा दिया जैसे ही मेरा लंड उसकी टाइट योनि में प्रवेश हुआ तो उसे भी अच्छा लगने लगा मैं बड़ी तेजी से उसे धक्के देने लगा। मेरे धक्को से उसका पूरा शरीर हिल जाया करता जैसे ही मैं उसे धक्के मारता तो उसके स्तनों को मै अपने मुंह में ले लिया करता। वह भी मेरा पूरा साथ दे रही थी उसने अपने दोनों पैरों को चौड़ा कर लिया और मुझे कहने लगी आप और भी तेजी से धक्के दीजिए। मेरा लंड उसकी योनि के अंदर बाहर होता तो उसे भी बहुत अच्छा लगता और मुझे भी मजा आ जाता काफी देर तक ऐसा चलता रहा। जब मेरे लंड से वीर्य की धार निकली तो हम दोनों ही संतुष्ट हो चुके थे और वह जितने दिन तक मुंबई मे रही उतने दिनो तक उसने मुझे अपने पास बुलाया।