हैल्लो दोस्तों मेरा नाम नवीन है, मैं बीकानेर में जॉब करता हूं, मेरी दो बहने हैं, मैं बचपन से ही पढने में तेज था तो इस वजह से घर में मेरी बहन को हमेशा डांट पड़ती थी कि देख तेरा भाई कितना तेज है, और तू किसी काम कि नही है, मैं बीकानेर में अकेला रहता था वन बी एच के हाउस में, एक साल बाद मेरी बहन शीतल का भी बीकानेर में जॉब लग गयी, मम्मी पापा ने उसे मेरे पास ही रहने को कहा, हम दोनों साथ रहते थे मगर हमारे अंदर कोई ग़लत फीलिंग नहीं थी. आप ये कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है..
मैं कभी कभी जब ज्यादा चोदने के लिए आदमखोर हो जाता था तो शायद होश में नही रहता था और भाई कि अंडरवियर लेकर उसे अपने लंड से रगड़ कर मजा ले लिया करता था मुझे पता नहीं था कि मेरी बहन मेरे बारे में क्या सोचती है। कुछ दिनों बाद मैंने नोटिस किया कि मेरी ब्रा और पैंटी कभी भी मेरे रखे हुई जगह पे नहीं मिलती थी उन पे सल भी बहुत हुवा करते थे मुझे शक हो गया था कि मेरा भाई भी मेरी ब्रा पैंटी प्रयोग करता है मुठ मारने के लिए फ़िर भी हम चुप रहते थेमैं अपने सर से पहले ही लंड लिया करती थी इसीलिए मेरे 4 महीने में ही प्रमोशन करवाने का तरीका
मेरे सर की उम्र 37-40 वर्ष की थी और मैं 26 की थी, क्यूँकि अभी मेरा भाई मेरे घर पे रहता था तो सर को बहुत दिनों से मौका नहीं मिला रहा था मुझे उसके प्यारे लंड से चोदने का तो वो मुझसे काफी नाराज रहता था लेकिन मेरी चूत में भी कीड़े थे उसके मोटे लंड से चुदने के लिये, लेहीं मेरा भाई 4-5 दिन के लिये ऑफिस के काम से कलकता जा रहा था.
मैने भी चूत कि खुजली मिटवाने के लिये, अपने सर को कहा कि आज शीतल आपकी है, मेरा भाई दोपहर को ही घर से जाने वाला था, मैं शाम को जब घर आई तो मुझे लगा मेरा भाई जा चुका है, मैंने अपने सर को फ़ोन लगाया और बातें करने लगी मेरा भाई उस वक्त बाथरूम में था .. आप ये कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है..उसे मेरे सर की आवाज़ तो नहीं सुनी लेकिन मेरी आवाज़ साफ साफ सुनाई दे रही थी,
मैंने अपने सर से कहा – आज मुझे चुदवाना है, अपने डार्लिंग से मेरी चूत बहुत दिनों से प्यासी है, मैं थक गई हूं अपने भाई का अंडरवीयर अपनी चूत में डाल डाल कर. मुझे लण्ड चाहिए. प्लीज़ जल्दी से आ जाओ और मुझे जम कर चोदो…
उधर मेरा भाई मेरी बातें सुनकर गरम हो गया और वो नहा कर बाहर निकला तो उसका लण्ड तन कर खड़ा था टॉवेल के ऊपर से ही दिख रहा था. मैं समझ गई कि इसने सब सुन लिया फ़िर भी नाटक कर के बोली- तुम गए नही तो उसने कहा नही मेरे पेट में दर्द है, मैंने कहा कुछ दवा ले लो, उसने कहा नही मम्मी ने जो तेल दिया है, उस से मालिश कर के सो जाऊँगा?
फ़िर मैं समझ गई कि आज भी मेरी चूत भूखी रह जायेगी क्यूँकि मेरा भाई नहीं जाने वाला. मेरा भाई नाटक कर रहा था, उसके दिमाग में सिर्फ़ मेरी बातें घूम रही थी, वो भी अपनी प्यास मेरी चूत से मिटाना चाह रहा था, उसने मुझसे कहा, शीतल इस तेल से मेरे पेट पर मालिश कर दो ना मैंने कहा ठीक है. वो अपना बनियान उतार कर बेड पर लेट गया, मैंने उस वक्त बस नाईटी पहनी थी मैंने ना ही पैंटी ना ब्रा पहनी हुई थी क्यूँ कि मुझे लगा था थोडी ही देर में मेरे सर आयेंगे और मुझे सब उतारना पड़ेगा.
मैं उसके पेट पे तेल से मालिश करना चालू किया मेने देखा उसके नाभि के नीचे बहुत सारे बाल थे लेकिन मुझे तो मालिश करनी थी मेरे थोड़ी देर मालिश करने पे वो बहुत गरम हो चुका उसके पैर आगे पीछे होने लगे थे , और उसके पायजामे के ऊपर से उसका तना हुआ लंड दिखाई देने लगा था फ़िर भी मैं चुप चाप मालिश करती रही क्योकि मुझे मालूम था लंड का अंधविसवास रूप लेकिन कुछ देर बाद उसने कहा पायजामा थोड़ा नीचे सरका कर थोड़ा नीचे तक मालिश करो ना, मैंने वैसा ही किया?
अब मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था, मैं भी सोच रही थी कि कब अपनी प्यास मिटाऊँ अपने सगे भाई के लंड से. आप ये कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है.. इतने में वो बोल पड़ा हाथ अंदर डाल ना – मैंने कहा कहाँ अंदर उसने कहा पायजामे के अंदर – मैंने मना कर दिया, मन तो बहुत कर रहा था, मगर वो मेरा भाई था, इसलिए मैंने ना कह दिया, उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और जबरदस्ती अपने लंड पे ले गया, मैंने एक झटके से उसका हाथ दूर कर दिया, फ़िर वो बेड से उठ गया और मुझे जकड लिया और बोला सिर्फ़ अपने सर से चुदवाओगी, कब तक तेरे ब्रा और पैंटी से मुठ मारता रहूँगा?
मेरे लंड ने क्या पाप किए हैं. मैं ये सब सुन कर दंग रह गई, उसने कहा मैं किसी को कुछ नहीं कहूँगा. बस तू वो कर जो मैं कहता हूँ. फ़िर मेरे पास और कोई चारा नहीं था सिवाय उसकी बात मानने के मैं ने चुप चाप सर हिला कर हाँ कह दी, वो आज तो मजा आ जाएगा आज तक बस ब्रा और पैंटी ही मिली थी मुझे तुम्हारी आज तो पूरी की पूरी तुम मेरे सामने खड़ी है, फ़िर उसने मुझे उसका पायजामा नीचे करने को कहा, मैंने वैसा ही किया, वो अंडरवियर नहीं पहना था. मैं उसके लंड से पहले ही रुक गई, इसपर वो चिल्ला कर बोला – साली रुक क्यूँ गई . तेरे सर का लंड बहुत पसंद है, तुझे मेरा लंड नहीं लेगी क्या चल उतार जल्दी से पायजामा मेरा . आप ये कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है..फ़िर मैंने उसका पूरा पायजामा उतार दिया अब वो पूरा नंगा लेटा था मुझे उसे देखने में शर्म आ रही थी, पर उसका तना हुआ लंड देख कर मैं भी थोडी गरम हो गई थी.
वैसे तो उसका लण्ड मेरे सर के लण्ड से कम लंबा और मोटा नहीं था, उसने मुझसे कहा जल्दी से चूसना शुरू करो ना, फ़िर मैंने उसका लण्ड अपने हाथों में लिया उसकी जांघों के बीच में बैठ गई और फ़िर उसका लण्ड अपने होठों पे रगड़ने लगी, अब मैंने भी सोच लिया था कि शरमाने से कोई फायदा नहीं है, आज मेरा भाई मुझे बिना चोदे मानने वाला नहीं है, तो क्यूँ नहीं खुल के चुदवाऊँ इससे ताकि चुदने का भी मजा आए मैं उसका लण्ड होठों पे रगड़ रही थी .. फ़िर सोफ्टी की तरह मैं पहले बस उसका सुपाड़ा चाटने लगी उसके सुपड़े से पतला सा रस निकल रहा था .. मैं उसे लिपस्टिक की तरह होठों पे लगा रही थी।
इतने में उसने भी अपने हाथों से मेरी गांड सहलाना शुरू किया… वो अपने दोनों हाथों से मेरी दोनों साईडे सहला रहा था… आप ये कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है..मुझे इतना मजा नहीं आ रहा था क्यूँकि वो नाईटी के ऊपर से मेरी गांड को सहला रहा था, मैंने फ़िर उसके बिना कुछ कहे अपनी नाईटी उतार दी और अब मैं बिल्कुल नंगी थी उसके सामने, इतने में उसकी आखे फटी कि फटी रह गयी और बोलने लगा, साली तूने तो न ब्रा ना पैंटी पहन रखी है, पूरी तैयारी में थी मुझसे चुदवाने की क्या…
फ़िर मैंने कहा तुझसे नहीं मेरे सर आ रहे है, ना तो फ़िर बिना कुछ कहे मैं उसका लण्ड चूसने लगी . वो मेरे सिर को पकड़ कर जोर जोर से लण्ड में धक्का देने लगा .. एक तरह से वो मेरा मुंह चोदने लगा… मैं बहुत गरम हो चुकी थी मेरा मुंह पूरी तरह से चिपचिपा हो गया था उसके पतले रस से. फ़िर थोड़ी देर बाद उसने मुझे नीचे लिटा दिया और मेरे बुब्सो से खेलने लगा। वो उन्हें जोर जोर से दबाने लगा। मुझे दर्द हो रहा था मगर मज़ा भी बहुत आ रहा था।