नमस्ते दोस्तों कैसे है आप सब | मैं हूँ अनिकेत और सबसे बड़ी बात यह है कि में आप जैसे चुदक्कड लोगों से यह कहना चाहता हूँ कि आज मैं भी आपके सामने आपने जीवन का एक अंश रखना चाहता हूँ | जबसे मैंने अपना होश संभाला तब से ही मैं किसी न किसी काम में व्यस्त रहता हूँ | कभी न कभी इस चीज़ का फल मिलेगा ये सोचकर मैंने सारी जिम्मेदारियां संभाल लीं | सबसे ज्यादा डर जिस चीज़ का मुझे जिंदगी में था वो थी मेरी माँ | सबसे ज्यादा बीमार माँ ही रहती थीं और उनके लिए मैंने अपनी पढाई भी छोड़ दी थी |
सबसे ज्यादा मज़ा मज़ा मुझे तब आता था जब मुझे काम के पैसे मिलते थे और में माँ के लिए साडी खरीद कर लेकर जाता था | माँ बड़ी खुश हो जाती थी और मुझे मस्त खाना बना के खिलाती थी | पर अब मुझे पता चल गया था कि उन्हें एक बहु की ज़रूरत ही और मैंने सोच लिया कि अब तो लाना ही है | अब जब भी मैं बाहर निकलता तो किसी भी लड़की को देखकर यही सोचता कि यार बस कोई भी मिल जाये | पर मुझे एक अच्छी लड़की चाहिए थी जो माँ का ख्याल रख पाए और सारा घर संभाल ले |
पर उन सब के लिए पैसा लगता है क्यूंकि अच्छी लड़की सिर्फ पैसे से ही मिलती है | मेरा मतलब पैसा ज़रूरी है क्यूंकि उसकी भी ज़रूरतें होंगी जिनको पूरा करना पड़ेगा | तब मुझे लगा कि काश पढ़ाई न छोड़ी होती | तब मुझे पता लगा कि चुदाई का काम भी अच्छा है और इसमें पैसे भी ज्यादा मिलते हैं | पर सबसे ज्यादा दिकत आ रही थी काम ढूँढने में क्यूंकि यह सारे काम गुप्त होतें हैं | पर एक दिन मुझे वो इंसान मिल ही गया जिसके ज़रिये मैं इस काम में घुस पाया |
मेरा पहला काम मुझे मिला और में बड़ा ही उतावला हुआ जा रहा था क्यूंकि दो घंटे के १५००० मिलने वाले थे | मैंने कहा ठीक है चलो तो एक सफ़ेद रंग कि गाडी मुझे लेने आई और जहाँ भेजना था वह पे छोड़ के वो लोग आगे निकल गए | मैं जेसे ही अन्दर गया वह मुझे एक ३५ साल कि औरत मिली जिसने मुझे पहले बैठाया और फिर मुझे चाय पिलाई |फिर उसने कहा कि कमरे में आ जाओ और अपने कपडे उआत्र के बिस्तर पर लेट गयी | वो बस अपनी ब्रा और चड्डी में थी |
मेरा तो उतना ही देख के लंड खड़ा हो गया पर मैं चोद नहीं सकता था क्यूंकि मुझे सिर्फ उस औरत कि मालिश करने का आदेश था | में उसके गोर चिकने बदन को बदन पर तेल लगा रहा था और जैसे ही उसकी गद्रीली कमर पर मेरा हाथ गया में झड़ गया | फिर वो पलट गयी और अपना ब्रा उतार दिया | उसके दूध काफ़ी बड़े थे और मेरे मुह में उनको देखकर पानी आ रहा था | उसने मुझसे कहा कि तुम नंगे होकर मेरी मालिश करो तो मुझे उसी बात माननी पड़ी | अब वो मेरे बड़े लंड पे अपनी नज़र गडाए हुए थी और मैं मस्त उसके दूध दबा दबा के उसकी मालिश कर रहा था | वो शयर्द गरम हो गयी थी और मैं उसकी नाभि में ऊँगली कर रहा था | वो थोडा सा उठी और मेरे लंड को पकड़ के देखने लगी उसमे से पानी बाहर आ रहा था | उसने मेरा लंड पूरा मुह में ले लिया और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी और मुझे बड़ा अजीब सा लग रहा था क्यूंकि पहली बार ऐसा हुआ था | फिर उसने थोड़ी और देर मेरा लंड चूसा और मैंने उसके मुह के अन्दर कुछ गीला और सफ़ेद सा पानी निकल दिया | अब मुझे शन्ति मिल चुकी थी और अच लग रहा था | फिर उसने अपनी चड्डी भी उतार दी और कहा कि यहाँ भी मालिश करो | मैंने देखा कि उसकी छूट बिलकुल साफ़ और गोरी है | पहले तो मैंने उसकी चूत के ऊपर तेल लगे और मालिश करने लगा | वो आआह्हह्हह्हह्ह ऊऊऊह्हह जैसी आवाजें कर रही थी | फिर मेरा लंड खड़ा हो गया और मैंने उसकी छूट को थोडा सा खोला और देखा कि वो एकदम गीली हो चुकी है |
मैंने अपनी दो उँगलियों में तेल लगा और उसके सद में डालने कि कोशिश की उसने ज़ोर से आआअह्हह्हह्ह किया और थोड़ी देर में उसकी चूत से भी गाढ़ा गाढ़ा पानी निकल आया | उसने फिर मेरा लंड अपने मुह में लिया और चूसती रही करीब 20 मिनट बाद मैं फिर से उसके मुह में ही आ गया | उसने कहा तेरा मुठ बिलकुल गाढ़ा है इसे ऐसे ही रखना | फिर वो उठी और कपडे पहन कर मुझे 20 हजार रुपये दिए | नीचे वो गाडी आई और मुझे ऑफिस तक ले गयी वह उन लोगो ने मुझसे पैसे लिए और 15 हजार रुपये दिए |
मुझे इस काम में अब मज़ा आ रहा था क्यूंकि मैंने अब सोच लिया था कि सारी गरीबी मैं इस काम से मिटा सकता हूँ | अब देखते ही देखते मैंने अपना खुद का बंगला बनवा लिया था और अपने लिए चार और सारी ऐशों आराम कि चीज़ें खरीद लीं थी | सबसे ज्यादा अच्छा मुझे तब लगा जब मैंने अपनी माँ का इलाज एक बड़े अस्पताल में करवाया | अब मेरी माँ बिलकुल ठीक थीं | मैंने भी एक से एक अमीर औरतों को चोदा पर मेरा बहु लेन का सपना अभी भी अधूरा था | मैंने अपनी माँ से वादा किया था कि मैं एक महीने में आपको आपकी बहु लाकर दूंगा | एक दिन शायद मेरी किस्मत बड़ी ज़ोरदार थी क्यूंकि मुझे एक लड़की के यहाँ उसकी मालिश करने जाना था और जब में वह पहुंचा तो देखा कि वो बिलकुल जवान है और करीब २५ साल की होगी | अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था मुझे उसका नागा बदन देखने कि खुजली हो रही थी और उसने मुझे नास्ता करवाने के बाद अपने कमरे में बुलाया | मैं तुरंत अपना सामन लेकर वहां चला गया ओए उसने अपना टॉप और जीन्स उतार कर एक साइड में रख दी |
मैंने ऐसा बदन कभी नहीं देखा था पति कमर और उसपे एक छोटी सी नाभि कमाल लग रही थी | उसके दूध तो न ज्यादा बड़े और न छोटे बिलकुल मस्त थे | उसकी गांड के बारे में क्या कहूं बिलकुल मक्खन जैसी और गोल गोल गोल थी | चूत को मैंने अभी तक देखा नहीं था इसलिए मैं उसके बारे में कुछ बता नहीं सकता | सबसे ज्यादा करेंट मुझे तब लगा जब मैंने उसकी पीठ पर अपना हाथ रखा | हाय मन कर रहा था वहीँ उससे चिपक जाऊ और उसको इतना चोदु कि उसकी चूत फट के भोसदा बन जाये |
फिर आखिर वो पल आ ही गया जब उसने अपने दूध की मालिश करवाने के लिए अपना ब्रा उतारा और मैंने उसके दूध पर अपना हाथ रख दिया और दबाने लगा | फिर मैंने उसके दूध और पिंक निप्पल दबाने लगा और मस्त रगड़ रगड़ के दबा रहा था | मैंने सिर्फ अंडरवियर पहना था और उसपर से मेरा खड़ा और बड़ा लंड साफ़ दिख रहा था | वो भी मेरे लंड को एक टक देख रही थी और कहा ज़रा इसे बाहर निकालो | मैंने सोचा कि यही तो मैं चाहता था और मैंने तुरंत अपना लंड बाहर निकाल लिया | उसके बाद मैंने उससे कहा मैडम अपनी पैंटी उतर दीजिये चूत की मालिश करनी है | उसने भी बिना किसी नखरे के तुरंत अपनी चूत को मेरे सामने पेश कर दिया | अब तो मेरा लंड टन टना गया था और मुठ बाहर आने लगा था | मैं उसकी चूत मॉल रहा था और वो उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आअह्ह्ह्ह कर रही थी | वो भी मौके कि नजाकत को समझ गयी और मेरा लंड सहलाने लगी |
मैंने कहा बस अब मुझसे इंतज़ार नहीं होता और इतना कहते ही मैं उसके ऊपर लेट गया और उसे चूमने लगा | मैंने उसकी हर चीज़ को चूमा भले ही वो उसकी गांड का छेद क्यों न हो | वो भी मचल रही थी और उसने मेरा लंड मुह में ले लिया | थोड़ी देर चूसने के बाद उसने कहा कितना बड़ा लंड है यार मेरे मुह में समां ही नहीं रहा है | मैंने तो अब क्या करे तब उसने कहा इसे मेरी चूत में डालो | मैंने तुरंत ही उसकी चूत में अपना लंड डाला पर आधा ही गया |
वो भी आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह ऊऊऊऊईईईईइमा कर रही थी क्यूंकि उसकी चूत बड़ी टाइट थी | फिर मैंने धीरे धीरे चोदते हुए उसकी चूत में पूरा लंड डाल दिया | आअह्ह्ह्ह मज़ा आ गया उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आज मिला है मेरी चूत को असली मर्द का लंड | चोद डर मत और चोद मुझे जितना पानी है तेरे अन्दर मेरी चूत में निकाल दे | इतना सुनते ही मैं और और जोर से चोदने लगा और तीन बार उसकी चूत के अन्दर झड़ गया | फिर वो उठी और कहा शादी करले मुझसे और मैंने बिना सोचे समझे हाँ कर दी और आज हम दोनों खुश हैं |