hindi sex kahani नमस्कार पाठको, कैसे हैं आप सब ? मैं आशा करती हूँ कि सभी अच्छे होंगे और सब कुशलमंगल होगा | मेरा नाम निधि जैन है और मैं चेन्नई की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 24 साल है और अभी मेरा पोस्ट ग्रेजुएशन हुआ है | मैं दिखने में गोरी हूँ और मेरी हाईट 5 फुट 5 इंच है | मेर फिगर भी बहुत सेक्सी और हॉट है | मेरे चूतड बड़े हैं और मम्मे मीडियम साइज़ के हैं | मैं इस साईट की रोजाना पाठक हूँ और मुझे इस साईट पर चुदाई की कहानियां पढ़ना बहुत पसंद है | मैं एक दिन में कम से कम दो कहानियां तो जरुर पढ़ती हूँ | इस साईट की सबसे ख़ास बात ये है कि इसमें पोस्ट होने वाली जितनी भी कहानियां हैं सभी बहुत बड़ी होती है और काफी उत्तेजितपूर्ण कहानियां होती है इसलिए मुझे अच्छा लगता है इस साईट में समय बिताना | आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी प्रस्तुत करने जा रही हूँ ये मेरी पहली और एक दम सच्ची कहानी है | मैं जानती हूँ कि आप लोगो को मेरी कहानी जरुर पसंद आयगी | तो अब मैं अपनी कहानी शुरू करने जा रही हूँ तो कृपया लंड वाले अपने लंड पर काबू रखे और चूत वाली अपनी चूत में |
मेरे घर मैं, मेरे बड़ी बहन ( पल्लवी ), छोटा भाई ( अमित ), पापा ( रामानुजन ), मम्मी ( चांदनी ) रहते हैं | पापा सरकारी स्कूल में टीचर हैं और मम्मी हाउसवाइफ भी हैं और फ्री टाइम में सिलाई कड़ाई का भी काम करती हैं | हमारा घर एक मध्यम वर्ग का है | हम लोग बहुत ही सिंपल फैमिली से बिलोंग करते हैं | मैं जब स्कूल में पढाई करती थी तब मैंने दोस्त तो बनाये थे लेकिन मेरा कोई भी बॉयफ्रेंड नहीं था क्यूंकि मुझे इस बात का डर अक्सर रहता था कि अगर पापा को पता चल गया तो वो मेरी जान ही ले लेंगे | क्यूंकि जहाँ मेरे पापा टीचर हैं वहीँ से मैंने अपनी स्कूल की पढाई पूरी की थी | पापा मैथ्स के टीचर हैं और उनका नेचर बहुत ही रुड है | मैं पापा से बहुत डरती थी इसलिए मैंने ऐसा कभी कुछ नहीं किया स्कूल लाइफ में जिससे मेरे पापा की इन्सल्ट हो | मैं पढाई में भी अच्छी थी इसलिए सभी टीचर्स मुझे पसंद करते थे और अक्सर मेरे पापा से बताते कि आप की बेटी बहुत होशियार है | इसलिए मेरे पापा की मैं बेईज्ज़ती नहीं करना चाहती थी | लेकिन जब मैं कॉलेज आई तब मैंने जाना की असली लाइफ का मजा तो यहाँ ही है | जब मैं फर्स्ट इयर में थी तब मेरे काफी लड़के और लड़कियां दोनों दोस्त बन चुके थे | उन लोगों का साथ ऐसा लगता था कि जैसे हम सब एक फैमिली ही हैं | मुझे कॉलेज में आ कर ऐसा लगा जैसे मैं एक आजाद पंछी हूँ और मुझे यहाँ रोकने वाला कोई भी नहीं | बस यही वजह थी मेरे बिगड़ने की |
मुझे कुछ लड़कियां ऐसी मिली जो अपने बैग में पोर्न सी डी लाया करती थी | हम सब लडको के लंड देख कर बहुत उत्तेजित हुआ करते और बाथरूम में जा कर लेस्बियन सेक्स भी कर लेते | मेरे लिए ये सब नया था | और मुझे ये सब अच्छा लगता भी | एक दिन की बात है कॉलेज में ऐलान हुआ कि 31 तारीख को एनुअल फंक्शन है | तो जिसको जिस भी चीज़ में भाग लेना है वो सन्होत्रा मैडम के पास अपना नाम लिखवा सकता है | मुझे डांस करने का काफी शौक था तो मैंने अपने दोस्त राहुल से कहा कि राहुल तुम भी तो बहुत अच्छा डांस करते हो न | तो चलो न कोई कपल डांस के सोंग में भाग लेते हैं | उसने कहा ठीक है और हम दोनों ने अपना अपना नाम लिखवा दिया | अब हम दोनों रोज प्रैक्टिस किया करने लगे | जब हम डांस करते तो राहुल मुझे यहाँ वहां छूता | मुझे भी अच्छा लगता किसी मर्द का हाँथ अपने कमर और पीठ में चलना | प्रैक्टिस करने के दौरान राहुल मुझे पसंद आ गया और हमारी दोस्ती और ज्यादा घनिष्ट हो गई | फिर एक दिन राहुल ने मुझे प्रोपोस कर दिया तो मैं भी उसे मना नहीं कर पाई | एनुअल फंक्शन के दिन जो हमने डांस पेश किया तो सभी ने हमारे प्रोग्राम को काफी सराहा | सभी ने बहुत तारीफ़ की हमारे डांस की | मेरे और राहुल के बीच अब प्यार की ट्रेन दौड़ने लगी | मैं राहुल से प्यार करने लगी और राहुल भी मुझसे प्यार करता था |
कुछ समय तक हमारा रिलेशन चला और उसके बाद हमारे बीच किस होना और बोबे दबाना और कभी कभी मैं उसके लंड को भी मजाक में दबा देती | हमारे बीच ये सब होता था लेकिन चुदाई नहीं | उसके बाद हम दोनों ने फ़ोन सेक्स और सेक्स चैट भी करना शुरू कर दिया | वो सेक्स की बात करते करते मुझे बहुत ज्यादा गरम कर देता था और मैं अपनी चूत में ऊँगली डाल कर जोर जोर से हिला कर झड़ जाती | फिर एक दिन उसने मुझसे कहा कि आज मेरा घर खाली रहेगा तो क्या तुम आ सकती हो ? तो मैंने कहा हाँ जरुर | फिर जब मैं उसके घर गई तब उसने मुझे पीछे से पकड़ लिया और दोनों हाँथ सामने कर के मेरे बोबे पर रख कर दबाने लगा | मैं भी उत्तेजित हो गई थी इसलिए कोई विरोध नहीं जताया | फिर उसने मुझे अपनी तरफ पलटाया और मेरे होंठ से अपने होंठ को लगा कर मेरे होंठ को चूसने लगा | मुझे भी अच्छा लग रहा था इसलिए मैं भी उसका साथ देते हुए उसके होंठ को चूसने लगी | कुछ देर किस करने के बाद उसने कुरते को उतार कर नीचे रख दिया और ब्रा को ऊपर सरका कर मेरे एक दूध को अपने मुंह में ले कर चूसने लगा और दुसरे को मसलने लगा तो मैं आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए सिस्कारियां लेने लगी | फिर वो मेरे पहले दूध को मसलने लगा और दुसरे को चूसने लगा तो मैं आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए मदहोश होने लगी | उसके बाद वो दोनों निप्पलस को अपने होंठ से लगा कर चूसने लगा तो मैं आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए उसके सिर को सहलाने लगी | फिर उसने मेरे सलवार को भी उतार दिया और फिर पेंटी भी उतार कर मुझे पलंग पर लेटा दिया और मेरी दोनों टैंगो को चौड़ा कर के चूत को चाटने लगा तो मैं आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए कसमसाने लगी |
वो मेरी चूत को चाटते भी जा रहा था और ऊँगली से मेरी चूत को चोद भी रहा था और मैं आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए बस मजे ले रही थी | उसके बाद उसने अपनी शर्ट और जीन्स को उतार दिया और मैंने उसके अंडरवियर को उतार दिया | फिर मैं उसके लंड को अपनी जीभ से चाट कर गीला करने लगी तो उसके मुंह से भी आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह की सिस्करियाँ निकलने लगी | जब मैंने उसके लंड को अच्छे से चाट कर गीला कर दिया तब मैं उसके लंड को अपने मुंह में ले कर चूसने लगी तो वो आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए मेरे मुंह को चोदने लगा | मैं भी पूरे जोश के साथ उसके लंड को ऊपर नीचे करते हुए चूस रही थी और वो आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए आन्हे भर रहा था | उसके बाद उसने मुझे पलंग पर लेटा कर मेरी चूत में अपना लौड़ा रगड़ते हुए अन्दर घुसेड दिया और चोदने लगा तो मैं भजी आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए चुदाई के मजे लेने लगी | वो काफी अच्छे से मेरी चूत को जोर जोर से शॉट मारते हुए चोद रहा था और मैं आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए अपनी गांड उठा उठा कर चुदाई में सम्पूर्ण साथ दे रही थी | फिर उसने मुझे अपने बगल में टेड़ा कर के लेटा लिया और मेरी एक टांग को उठा कर अपना लंड मेरी चूत में डाल कर जोर जोर से चोद रहा था और मैं आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए झड़ गई | कुछ देर की चुदाई के बाद वो भी मेरी चूत में ही झड़ गया | उसके बाद हम दोनों ने खुद को ठीक किया | अब हमे जब भी मौका मिलता है हम चुदाई कर लेते हैं |
तो दोस्तों ये थी मेरी दास्तान, मैं आशा करती हूँ कि आप सभी को मेरी कहानी पसंद आई होगी | आप सभी का मेरी कहानी पढने के लिए धन्यवाद |